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ताकते रह जाएंगे ट्रंप, टोक्यो में व्यवसाय को नई उड़ान देने वाले हैं मोदी

by admin477351

PM Modi in Japan: नमस्ते, कोनिचिवा, जापान…7 वर्ष बाद टोक्यो पहुंचे प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहुंचने के साथ ही बिजनेस जगत के दिग्गजों से मुलाकात की। मिलते ही उन्होंने जापानी कंपनियों के सामने हिंदुस्तान के विस्तृत और कारोबार के लिए अनुकूल बाजार का ऑफर पेश कर दिया। उन्होंने जापानी कंपनियों को हिंदुस्तान आने का न्यौता तो दिया ही, साथ ही उन्होंने हिंदुस्तान में काम कर रही जापानी कंपनियों के मुनाफे गिना दिए। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी आज उस सेल्समैन की तरह दिखे, जो अपने प्रोडक्ट्स की सेल्स के लिए तारीफों की पुल बांधने में कोई कसर नहीं छोड़ता है। जापानी कंपनियों के सामने हिंदुस्तान की तेज रफ्तार बढ़ती इकोनॉमी , कारोबार के लिए सकारात्मक माहौल,राजनीतिक स्थिरता, आर्थिक स्थिरता, नीतियों में पारदर्शिता और सरकारी नीतियां गिनवा दी। उन्होंने जापानी मैन्यूफैक्चर्स से बोला कि हिंदुस्तान आइए और दुनिया के लिए बनाइए।

भारतीय टैलेंट और जापानी तकनीक एक-दूसरे के लिए बने

जापान दौरे पर पहुंचे प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी सौ से अधिक MOU’s साइन करेंगे। दोनों राष्ट्रों के बीच सेमीकंडक्टर, क्लीन एनर्जी, एआई, मेडिसीन, कम्युनिकेशन कई मसलों पर बात हेगी। वहीं प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जापान के बिजनेस लीडर्स से मुलाकात करेंगे। जापान में मियाही की उस फैक्ट्री का दौरा करेंगे, जहां बुलेट ट्रेन के कोच तैयार होते हैं। इसके अलावा वो टोक्यो में इलेक्ट्रॉन नाम की कंपनी भी जाएंगे। यह कंपनी जापान में चिप मैन्यूफैक्टरिंग के लिए लगने वाले उपकरणों की बड़ी निर्माता है। जापानी कंपनियों की सहायता से हिंदुस्तान सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में स्वयं को मजबूत करना चाहता है। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी सेंडाई स्थित तोहोकु शिंकानसेन प्लांट भी जाएंगे। जहां जापान के साथ हिंदुस्तान के बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर चर्चा की भी आसार है। इंडिया-जापान इकोनोमिक फोरम को संबोधित करते हुए प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने बोला हिंदुस्तान टैलेंट तो जापान तकनीक का खान है। ये दोनों एक दूसरे के लिए बने हैं।

‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर वर्ल्ड’

पीएम मोदी ने जापानी कंपनियों को हिंदुस्तान आने के न्यौता दिया और बोला कि जैसे सुजुकी और दायकिन जैसी कंपनियों ने हिंदुस्तान में फायदा कमाया अब आपके लिए मौका है। उन्होंने जापानी निवेशकों, कंपनियों को हिंदुस्तान आकर दुनिया के लिए प्रोडक्ट बनाने की अपील की। उन्होंने बोला कि हिंदुस्तान में पूंजी बढ़ती नहीं, कई गुना बढ़ जाती है। उन्होंने कहा है कि कैसे मेट्रो रेल से लेकर विनिर्माण, सेमीकंडक्टर से लेकर स्टार्टअप तक जापानी कंपनियों ने हिंदुस्तान में 40 अरब $ से अधिक का निवेश किया है।

भारत का डिप्लोमेसी ‘स्विच’ ट्रंप की बत्ती को करेगा गुल

पीएम मोदी की ये यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब अमेरिका ने उसपर 50 प्रतिशत का जबरन टैरिफ ठोक दिया है। अमेरिका ने हिंदुस्तान के आयात पर पहले 25 प्रतिशत और फिर 25 प्रतिशत का जुर्माना लगा दिया। इस टैरिफ से हिंदुस्तान के कई उद्योग प्रभावित होंगे, निर्यात पर असर पड़ रहा है। नौकरियों पर संकट आएगी। इस टैरिफ के असर को बेअसर करने के लिए हिंदुस्तान ने अपना डिप्सोमेटिक स्विच ऑन कर दिया है। हिंदुस्तान अमेरिकी टैरिफ से होने वाले हानि की भरपाई के लिए जापानी निवेश को बढ़ाने पर बल रहे है। जापान के साथ व्यापार, कारोबार, निवेश बढ़ाने पर बल दिया जा रहा है। जापानी मीडिया रिपोर्ट की माने तो प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के इस दौरे से हिंदुस्तान में 68 अरब $ का निवेश आने की आशा है, जो जापान की कंपनियां हिंदुस्तान में अगले दशक तक करने वाली है। जापानी कंपनी सुजुकी अगले 5 से 6 वर्षों में हिंदुस्तान में 8 अरब $ का निवेश करेगी।

भारत और जापान के बीच व्यापार

भारत और जापान के बीच 2 लाख करोड़ का व्यापार है। जिसमें जापान हिंदुस्तान से 4.5 लाख करोड़ रुपये का सामान आयात करता है। इसमें इंजीनियरिंग गुड्स, केमिकल्स, मरीन प्रोडक्ट्स, जेम्स एंड जूलरी, इलेक्ट्रॉनिक गुडस्, और दवाईयां है। वहीं हिंदुस्तान जापान से 15.5 लाख करोड़ रुपये का सामान खरीदता है। इसमें न्यूक्लियर रिएक्टर, कॉपर, इलेक्ट्रिकल मशीन, रेअर अर्थ मिनिरल्स और स्टील है। बताया जा रहा है कि हिंदुस्तान और जापान के बीच व्यापार बढ़ाने पर सहमति बन सकती है। हिंदुस्तान के लिए निर्यात के विकल्प बढ़ सकते हैं।

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