provocative speech: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के एक नेता के विरुद्ध सांप्रदायिक तनाव भड़काने वाला भड़काऊ भाषण देने के इल्जाम में सोमवार को प्राथमिकी दर्ज की गई. पुलिस का बोलना है कि इस भाषण से सांप्रदायिक तनाव भड़क सकता था और सार्वजनिक शांति भंग हो सकती थी. पुलिस ने कहा कि आरोपी के। प्रभाकर भट ने 12 मई को एक हिंदूवादी कार्यकर्ता और कुख्यात लुटेरे शुहास शेट्टी की याद में आयोजित शोकसभा के दौरान यह कथित भाषण दिया था.
भट ने कार्यक्रम में कथित तौर पर भड़काऊ भाषण दिया : शेट्टी की 1 मई को मंगलुरु में मर्डर कर दी गई थी. पुलिस के एक बयान के मुताबिक यह कार्यक्रम बंटवाल ग्रामीण पुलिस पुलिस स्टेशन के भीतर कवलपाडुर गांव के ‘मडवा पैलेस कन्वेंशन हॉल’ में आयोजित किया गया था. पुलिस ने बोला कि इस कार्यक्रम में लगभग 500 लोग उपस्थित थे और भट ने इस कार्यक्रम में कथित तौर पर भड़काऊ भाषण दिया जिससे सार्वजनिक सौहार्द बिगड़ सकता था और समुदायों के बीच दुश्मनी बढ़ सकती थी.
पुलिस ने कहा कि भट के विरुद्ध भारतीय इन्साफ संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के अनुसार मुद्दा दर्ज किया गया है और कानूनी कार्रवाई की जा रही है. भट को इस क्षेत्र में बहुत सम्मानित आदमी माना जाता है और उनके विरुद्ध पहले कोई अन्य आपराधिक मुद्दा दर्ज नहीं हुआ है. यह घटना दक्षिण कन्नड़ जिले में सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील माहौल को देखते हुए जरूरी मानी जा रही है. पुलिस प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके.